अधेड़ की हत्या करने वाले भयभीत बदमाशों ने बाग में छोड़ दी लूटी गई भैंसे: लगाया गया जाम

कमालगंज फर्रुखाबाद। (एफबीडी न्यूज) पशु मालिक की बेरहमी से हत्या करने वालों ने भय के कारण लूटी गई दोनों भैंसों को छोड़ दिया। लूटी गई दोनों भैंसें वह उनके पडरे आज सुबह भोला नगला गांव के निकट बाग में देखी गई। रामपाल के परिजन दोनों भैंसों को अपने घर ले गए और पुलिस को भैसे मिल जाने की जानकारी दे दी। थाना कमालगंज पुलिस ने एसओजी टीम के सहयोग से बीती रात रामपाल के हत्यारों की तलाश में उनके कई ठिकानों पर छापे मारे।

पुलिस ने एक संदिग्ध ग्रामीण को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। परिजनों ने आज हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर सुबह गांव के सामने मुख्य मार्ग के निकट चकरोड पर रामपाल यादव के शव को रखकर रखकर जाम लगाया जाम लगाया। सूचना पर थाना पुलिस के अलावा सीओ अमृतपुर सीओ सिटी काफी पुलिस फोर्स ने पीएससी बल के साथ मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने हत्यारों को शीघ्र ही गिरफ्तार करने का वादा करके शव को दाह संस्कार के लिए भिजवाया। मालूम हो कि परसों रामपाल की हत्या कर उनकी भैसे लूटी गई थी। थाना कमालगंज के ग्राम भोला नगला निवासी 55 वर्षीय रामपाल यादव रोज की तरह अपनी दो भैंसे व दो पडरे चराने के लिए गांव के सामने बाग की ओर गए थे। शाम को न तो रामपाल घर लौटे और न ही भैंसे घर पहुंची।

परिजनों ने देर रात तक रामपाल को तलाश किया रामपाल का क्षत-विक्षत शव कल सुबह ग्राम हुसैनगंज एवं शेखपुर गुमटी के बीच रेलवे लाइन के किनारे झाड़ी में पड़ा देखा गया। हुसैनगंज के बाशिंदे सुबह उधर शौच करने गए थे उन्होंने घटना की जानकारी रामपाल के परिजनों को दी। परिजनों ने मौके पर जाकर शव की रामपाल के रूप में शिनाख्त कर ली। रामपाल के हाथ व पैर रस्सी से बंधे थे तथा शरीर के कई टुकड़े लोथडे में बदल गए थे।

अनुमान लगाया गया कि भैंसों को लूटने वालों ने रामपाल के हाथ पैर बांधकर रेलवे लाइन पर रख दिया। ट्रेन से कट जाने पर रामपाल के शव को झाड़ी में डाला गया। सूचना मिलते ही भोजपुर चौकी इंचार्ज राघवेंद्र तिवारी एवं सेकंड इंस्पेक्टर चंद्रिका प्रसाद मौके पर पहुंचे। भैंस लूटने का विरोध करने पर ही रामपाल की हत्या की गई है। पुलिस ने काफी दूरी तक रेलवे ट्रैक का बारीकी से निरीक्षण कर खून के धब्बे देखें।

खून के निशान न मिलने पर निष्कर्ष निकाला गया की रामपाल को ट्रेन से नहीं काटा गया है। बल्कि उसकी और कहीं हत्या कर शव यहां डाला गया है। पड़ोसी गांव शेखपुर निवासी लकड़ी ठेकेदार तरीक कुरैशी घटनास्थल पहुंचा। भोला नगला वालों ने तरीक को पहचान कर उसकी पिटाई कर दी। पुलिस ने किसी तरह तरीक को पिटने से बचाया और उसे थाने भिजवा दिया। परिजनों ने बताया कि शेखपुर के कई कसाई बीते दिनों रामपाल के दोनों पडरा खरीदने गए थे रामपाल ने पडरा बेचने से मना कर दिया था।

इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था इसी पंचायत में तरीक भी मौजूद था। रामपाल को जानवर काटने वाले औजारों से काटे जाने की आशंका जाहिर की गई है। घटना के संबंध में मृतक के बेटे विनय ने वसीम पुत्र दूल्हे मियां व उनके चार साथियों के विरुद्ध पिता की हत्या करने की आशंका में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में विनय ने कहा है की वसीम चार व्यक्तियों के साथ 25 नवंबर को घर आए थे।

उन्होंने भैंस खरीदने के लिए पिता को 200 रुपए ब्याना दिया था। शेष रुपए 25 नवंबर को बाग में देने का वादा किया था। मुझे शक है कि उक्त व्यक्तियों ने ही पिता की हत्या कर पैसों को गायब कर दिया है। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने मौके पर जाकर मामले की व्यापक जांच पड़ताल की। श्री मीणा ने थाना पुलिस को शीघ्र ही घटना का अनावरण करने का निर्देश दिया।

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